कार्यक्रम आरंभ करने के पूर्व आप सबको संगीत समाज के बारे में अतीत से वर्तमान तक कुछ मुख्य बातें बताना चाहता हूं।
सर्वप्रथम स्वर्गीय पं आनंद चंद्र चौधरी जी 26 जनवरी 1958 में अपने निवास 51 G रोड में संगीत के प्रचार प्रसार हेतु एक संगीत विद्यालय की स्थापना की।जिसका नाम पंडित जी ने संगीत समाज रखा।
Mrs. & Mr. V S Kulkarni जी के प्रयास, Mr G K Mulgaokar जी के अनुकंपा से 15 अगस्त 1961 में श्री V S Kulkarni जी करकमलों से संगीत समाज की नींव डाली गई। 9 दिसंबर 1962 में संगीत समाज भवन का उद्घघाटन भव्य संगीत समारोह से किया गया।
समय-समय पर Tata Motors के वरिष्ठ अधिकारी संगीत समाज के पद पर जुड़ते गए और अपने स्तर पर संगीत समाज का उत्थान करते गए।
Mr N C N C Marathe, Mr V R Kulkarni, Mr K V Ramana, Mr P P phedke, Mr R K Thakur,Mr G G Debgoswami, Mr Binod Kumar, Mr Mohan Singh, Mr Pramod Kumar, Mr deepak Kumar (till now).
वोकल, तबला, सिन्थेसाइजर, गिटार, वूगी-वूगी डांस, कला और पेंटिंग इत्यादि।
हम सबके लिए 15 अगस्त का दिन दोहरी खुशी लेकर आता है। एक हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस और दूसरा आज ही के दिन हमारे संगीत समाज का शिलान्यास हुआ था। आइए इस दिन को और यादगार बनाते हैं और अपने पूर्वजों सपनों को पूरा करने में भागीदार बनने का प्रयास करते हैं।
आज के कार्यक्रम के लिए जिन बच्चे-बच्चियों ने भाग लिया है उन सभी शुभकामनाएं। अच्छे से परफार्म करें और खुब इन्ज्वाए करें।
अनेकों में एकता का प्रतीक है मेरा देश,
चंद गैरों की सुनना मुझे गँवारा नहीं,
हिंदू हो या मुस्लिम सभी का प्यारा है मेरा देश।
भारत माता की जय।
वंदे.....मातरम्।।