वाह....अद्भूत , अविश्वसनीय, अकल्पनीय किसी मिशन का पहला दिन और ऐसा जोश और भागीदारी , विश्वास नहीं होता, परन्तु ये बिल्कुल सही है। जी हां मैं बात कर रहा हूं "टीम संतृप्ति: एक मिशन" के बारे में। आज हमारी टीम अपने पहले मिशन पर थी , मकसद था जरूरतमंदो के बीच गर्म कपड़े वितरित करने का । टीम संतृप्ति के सदस्यों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और देखते ही देखते 6 बैग गरम कपड़ों से भर गया। हम सब स्टेशन के आसपास रहने वाले जरूरतमंद लोगों के पास पहुंचे और ख़ास तौर पर बच्चों के बीच गर्म कपड़ों का वितरण किया।
इस हाड़ कंपा देने वाली ठंड में बच्चों के बीच गर्म कपड़े वितरित करके जो टीम के सदस्यों शुकून मिला शायद वो और किसी काम ना मिलता। हमारी टीम आगे भी ऐसे लोगों के लिए काम करती रहेंगी, क्योंकि हमारी टीम का एक ही उद्देश्य है "करो कुछ ऐसा जिससे आत्मिक ख़ुशी मिले"।
टीम संतृप्ति: एक मिशन
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