आजकल त्योहार चाहे जो भी हो , सेलिब्रेट करने का एक तरीका कामन है , खूब धूम धडाका यानी DJ बजाकर शोर करना और नाचना. अब मुझे ये नही समझ आता की आज युवा वर्ग अपनी पुरानी धरोहर को बचाना चाहते या उसे नया रंग दे रहे है .मकसद चाहे जो भी हो एक बात सत्य है कि वो खूब मस्ती करना चाहते है . शुरुवाती दौर में ये नाचने और मस्ती करने तक सीमित था परंतु आज ये धीरे -धीरे अश्शिलिल्ता और फुहड़पन की ओर बढ चला है .
आज ये ध्यान नही दिया जा रहा है की हम त्योहार क्यो मना रहे है और इसका उद्देश्य क्या है . छोटी उमर में ही मदिरापान एक फैशन बन गया है .और सिर्फ फैशन ही नही मैंने ये देखा है गाँव के छोटे-छोटे बच्चे इसकी गिरफ़्त में है . ये उनके भविश्य के लिये ठीक नही है . माता-पिता को ये ध्यान देना होगा की उनका बच्चा क्या कर रहा है आजकल.
ये DJ क्या है मैने गूगल में सर्च करने की कोशिश की और ये पाया:
Disc Jockey - A disc
jockey,
also known as DJ, is a person who
selects and plays recorded song.
मेरा कहना ये है की त्योहार हमे बहुत कुछ सिखाते है . हमे सीखने की कोशिश करना चाहिये और जहाँ तक मस्ती का सवाल है मर्यादा में रहकर खूब एंजोय करिये .
आपका,
meranazriya.blogspot.com
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